मजबूर औरत
उफ़ कमबख्त ये दुनिया
उफ़ बेमुरव्वत ये मुआशरा
आज एक औरत ने
औरत की वजह से
एक औरत को मरने को कह दिया।
- शाहिद "अजनबी"
उफ़ बेमुरव्वत ये मुआशरा
आज एक औरत ने
औरत की वजह से
एक औरत को मरने को कह दिया।
- शाहिद "अजनबी"
सफर तवील है तू मायूस न हो मैं दूर सही मेरी दुआएं तेरे साथ हैं
एक दुनिया ऐसी भी जहाँ सिर्फ , ग़ज़ल, नज़्म , दर्द और पागलपन ...
Created with by BeautyTemplates | Distributed By Gooyaabi Templates
shahid ji sahi likha aapne.
ReplyDeleteek aurat hi dusri aurat ke piche padi rahti h
samaj hmara yahi sandesh de rha h.....samaj k gande panno ko aj palta h apne.....
ReplyDelete