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दरकता लोकतंत्र

    आप जो हर रोज़ लोकतंत्र - लोकतंत्र कहते हैं मुझे समझ नहीं आता. आप मुझे अजीब कह सकते हैं .आपके पास हक़ है, अधिकार है. बिल्कुल कहिये. किसी ...
9 years ago

एक आंसू

बरसों पहले गिरा था एक आंसू जाने क्यूँ वो आँखों की नमी बरक़रार है !!! - शाहिद अजनबी चित्र - साभार - गूगल 

इश्के शहर

देखा जाए तो हर दिन मुहब्बत का है, जिस दिन में मुहब्बत नहीं वो दिन कैसा ? शायद हम और आप ऐसी दुनिया की कल्पना भी नहीं कर सकते , जहाँ मुहब्बत ...
10 years ago

हर ख्वाब गर उतर पाता

20.9.14 हर ख्वाब गर उतर पाता हकीक़त की ज़मीं पर जन्नत की आरजू में परेशां न फिरते लोग ....!!! - ज़ारा खान चित्र - सा...
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