ज़रा-सी ज़िद ने

Friday, May 08, 2015


17.06.2014
पार्टीशन के ऊपर एक खबसूरत शे'र मुनव्वर राणा साब का-
 
बिछड़ना उसकी ख़्वाहिश थी, न मेरी आरज़ू लेकिन,
ज़रा-सी ज़िद ने इस आँगन का बँटवारा कराया है।
- Munawwar Rana

1 comment:

Powered by Blogger.