आजादी से अपना नाता है
15.8.14
14 साल पहले लिखा हुआ
अपना कुछ याद आ रहा है- आजाद वतन के वासी हैं हम
आजादी से अपना नाता है
बस एक वही मुल्क का रहबर हो
जो गीत वतन के गाता हो
- Shahid Ajnabi
चित्र - साभार - गूगल
सफर तवील है तू मायूस न हो मैं दूर सही मेरी दुआएं तेरे साथ हैं
एक दुनिया ऐसी भी जहाँ सिर्फ , ग़ज़ल, नज़्म , दर्द और पागलपन ...
Created with by BeautyTemplates | Distributed By Gooyaabi Templates
No comments: