आईने पे ही
देखते देखते उनको न जाने क्या हुआ
अपने काजल से
आईने पे ही
मेरा नाम लिख दिया
-शाहिद "अजनबी"
सफर तवील है तू मायूस न हो मैं दूर सही मेरी दुआएं तेरे साथ हैं
एक दुनिया ऐसी भी जहाँ सिर्फ , ग़ज़ल, नज़्म , दर्द और पागलपन ...
Created with by BeautyTemplates | Distributed By Gooyaabi Templates
No comments: