आफताब के माफिक रोशन रहो तुम
आफताब के माफिक रोशन रहो तुम
बहारों के दरमियाँ हर दम रहो तुम
ज़िन्दगी की रानाई को करीब से देखो
ताउम्र यूँ ही हँसते रहो तुम
--शाहिद "अजनबी"
बहारों के दरमियाँ हर दम रहो तुम
ज़िन्दगी की रानाई को करीब से देखो
ताउम्र यूँ ही हँसते रहो तुम
--शाहिद "अजनबी"
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